अभी २ दिन पहले ही हमने वादा किया था कि बाल-रचनाओं का पॉडकास्ट लेकर हम आते रहेंगे। लीजिए हम फिर हाज़िर हैं। इस बार मीनाक्षी 'मीनू' ने बाल-उद्यान में प्रकाशित केशव कुमार कर्ण की कविता 'गुड़िया रानी बड़ी सयानी' को अपनी आवाज़ दी है।
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नए साल के जश्न के साथ साथ आज तीन हिंदी फिल्म जगत के सितारे अपना जन्मदिन मन रहे हैं.ये नाना पाटेकर,सोनाली बेंद्रे और गायिक कविता कृष्णमूर्ति.
नाना पाटेकर उर्फ विश्वनाथ पाटेकर का जन्म १९५१ में हुआ था.नाना पाटेकर का नाम उन अभिनेताओं की सूची में दर्ज है जिन्होंने अभिनय की अपनी विधा स्वयं बनायी.गंभीर और संवेदनशील अभिनेता नाना पाटेकर ने यूं तो अपने फिल्मी कैरियर की शुरूआत १९७८ में गमन से की थी,पर अंकुश में व्यवस्था से जूझते युवक की भूमिका ने उन्हें दर्शकों के बीच व्यापक पहचान दिलायी.समानांतर फिल्मों में दर्शकों को अपने बेहतरीन अभिनय से प्रभावित करने वाले नाना पाटेकर ने धीरे-धीरे मुख्य धारा की फिल्मों की ओर रूख किया.क्रांतिवीर और तिरंगा जैसी फिल्मों में केंद्रीय भूमिका निभाकर उन्होंने समकालीन अभिनेताओं को चुनौती दी.फिल्म क्रांतिवीर के लिए उन्हें १९९५ में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरष्कार मिला था.इस पुरष्कार को उन्होंने तीन बार प्राप्त करा.पहली बार फिल्म परिंदा के लिए १९९० में सपोर्टिंग एक्टर का और फिर १९९७ में अग्निसाक्षी फिल्म के लिए १९९७ में सपोर्टिंग एक्टर का.४ बार उन्हें फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला.एक एक बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सपोर्टिंग एक्टर का और दो बार सर्वश्रेष्ठ खलनायक का.
सोनाली बेंद्रे का जन्म १९७५ में हुआ.सोनाली बेंद्रे ने अपने करियर की शुरूआत १९९४ से की.दुबली-पतली और सुंदर चेहरे वाली सोनाली ज्यादातर फिल्मों में ग्लैमर गर्ल के रूप में नजर आई. प्रतिभाशाली होने के बावजूद सोनाली को बॉलीवुड में ज्यादा अवसर नहीं मिल पाए.सोनाली आमिर और शाहरूख खान जैसे सितारों की नायिका भी बनीं.उन्हें ११९४ में श्रेष्ठ नये कलाकार का फिल्मफेअर अवॉर्ड मिला.
सन १९५८ में जन्मी कविता कृष्णमूर्ति ने शुरुआत करी लता मंगेशकर के गानों को डब करके.हिंदी गानों को अपनी आवाज से उन्होंने एक नयी पहचान दी. उन्हें ४ बार सर्वश्रेष्ठ हिंदी गायिका का फिल्मफेयर पुरष्कार मिल चूका है. २००५ में उन्हें भारत सरकार से पद्मश्री सम्मान मिला.
इन तीनो को इन पर फिल्माए और गाये दस गानों के माध्यम से रेडियो प्लेबैक इंडिया के ओर से जन्मदिन की शुभकामनायें.



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12 श्रोताओं का कहना है :
बहुत ही मीठी - मधुर कविता है, अपने बचपन की याद ताज़ा हो गयी, मेरी बेटी ने भी बड़े चाव से सुनी और मुझ से पूछा क्या वो भी मेरी गुडिया रानी है !!
पूजा अनिल
मीनू जी, संगीत अच्छा है और आवाज़ भी मधुर है। और बच्चों के लिये कविता भी अच्छी बनी है। पर मुझे लगा कि कहीं कहीं पर आप थोड़ा तेज़ बोल जाती हैं। दरअसल बच्चे जब इसे सुनेंगे तो जो हिस्सा तेज़ी से बोला गया होगा वो उन्हें समझने में दिक्कत होगी। काफी बार हमें जो गति सामान्य लगती है वो बच्चों के लिये तेज़ होती है। और यदि बच्चों तक ही ये बातें नहीं पहुँचेंगी तो सारी मेहनत बेकार है। आशा हे कि अगली बार थोड़ा और धीमा हो सकेगा। ये कार्य आप करते रहिये। बहुत अच्छा है।
धन्यवाद।
कविता अच्छी है
और बोल भी अच्छे हैं
मीठी आवाज़
कहीं कहीं बहुत जल्दी से गया गया है
पसंद आई मगर
बधाई आपको
प्रतिक्रियाएँ पढ़कर चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और याद आ जाते हैं पुराने दिनों मैं बच्चों की क्लास लेती थी.
आज मेरी क्लास लगती है तो अपने नवीं, दसवीं क्लास के विद्यार्थी याद आ जाते हैं जो ऐसे ही कभी कभी व्याख्या करते करते रोक देते
और कहते कि प्लीज़ टीचर, थोडा धीरे ...
पूजा जी, बहुत अच्छा लगा जानकर कि आपकी गुड़िया ने ध्यान से कविता सुनी. उसे खूब प्यार दीजिए.
तपन जी और अंजू जी, छोटे बच्चों की कविताएँ पढ़ने का पहला प्रयास है. कोशिश जारी है.
गुडिया रानी कमाल कर रही है...बच्चों के बीच धमाल कर रही है...अपनी मीठी मीठी वाणी से सबको....हर्षा हर्षा कर निहाल कर रही है.....
मीनाक्षी मीनू जी
आपने बहुत मीठे स्वर मैं कविता पढी है. सुनकर आनंद आ गया. केशव जी को भी इतनी सुंदर कविता के लिए बधाई
आपकी आवाज़ में बच्चों को मोहित करने का ज़ादू है। एक-दो पद्यांशों में असावधानी के कारण प्रवाह बाधित हुआ है। आगे से इन कमियों पर ध्यान दें।
धन्यवाद मीनू जी , आपका स्नेह मेरी गुडिया तक पहुँच गया , आपको हमारी ओर से बहुत -बहुत शुभकामनाएं
पूजा अनिल
आवाज़ और संगीत का सुन्दर मिश्रण है
मीनू जी क्या कहने आपके,मजा आ गया
आलोक सिंह "साहील"
very fine
sorry i can not wright in hindi at present, but i really like these kavitas a lot and my little daughter mishthi got the khazana of kavitas, now i will make her listen all these kavitas
thanks !
praveen shukla
delhi,
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