रेडियो प्लेबैक वार्षिक टॉप टेन - क्रिसमस और नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित


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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Tuesday, January 19, 2010

गुनगुनाते लम्हें में सरस्वती प्रसाद की कहानी



गुनगुनाते लम्हे- 5

जैसा कि आप जानते हैं आज महीने का तीसरा मंगलवार है। तीसरा मंगलवार मतलब गुनगुनाते लम्हे का दिन। तो चलिए आज के दिन को गीतों भरी कहानी से रुमानी बनाते हैं। अपराजिता की दिकलश आवाज़ में गुनते हैं सरस्वती प्रसाद की कहानी।



'गुनगुनाते लम्हे' टीम
आवाज़/एंकरिंगकहानीतकनीक
Aprajita KalyaniPhotobucketKhushboo
अपराजिता कल्याणीसरस्वती प्रसादखुश्बू


आप भी चाहें तो भेज सकते हैं कहानी लिखकर गीतों के साथ, जिसे दूंगी मैं अपनी आवाज़! जिस कहानी पर मिलेगी शाबाशी (टिप्पणी) सबसे ज्यादा उनको मिलेगा पुरस्कार हर माह के अंत में 500 / नगद राशि।

हाँ यदि आप चाहें खुद अपनी आवाज़ में कहानी सुनाना तो आपका स्वागत है....


1) कहानी मौलिक हो।
2) कहानी के साथ अपना फोटो भी ईमेल करें।
3) कहानी के शब्द और गीत जोड़कर समय 35-40 मिनट से अधिक न हो, गीतों की संख्या 7 से अधिक न हो।।
4) आप गीतों की सूची और साथ में उनका mp3 भी भेजें।
5) ऊपर्युक्त सामग्री podcast.hindyugm@gmail.com पर ईमेल करें।

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9 श्रोताओं का कहना है :

Vinita Shrivastava का कहना है कि -

बहुत ही अच्छी कहानी है अम्मा और जो आपने इसे गुनगुनाते लम्हों में व्यक्त किया वो तो अति उत्तम है..............भावानयो को आपने बहुत ही अच्छे से संकलित किया है..................

AVADH का कहना है कि -

अति सुन्दर. कितने अच्छे गीतों का आपने चयन किया. उस पर अपराजिता जी की आवाज़ का क्या कहना.
और हाँ शुरुआत में 'दिल तो बच्चा है' का तड़का!
बहुत खूब.
क्या इस प्रस्तुति को पाक्षिक नहीं किया जा सकता?
श्रोताओं का आनंद दुगुना हो जायेगा. हालाँकि समझ सकता हूँ कि आप लोगों को कितना कष्ट उठाना पड़ेगा.
आभार सहित
अवध लाल

सजीव सारथी का कहना है कि -

इस कड़ी में अब तक सबसे बढ़िया प्रस्तुति, बहुत बढ़िया टीम...बधाई

ρяєєтii का कहना है कि -

Pranaam Amma - Khubsurat gaano ko liye behtarin lamhe...!

kase kahun?by kavita verma का कहना है कि -

bahut khubsurat,bhav poorn kahani,jisme piroye geet dil ko chhoo lene vale hai.

Anonymous का कहना है कि -

dard bhari innocent kahani

-Renu

Mukesh Kumar Sinha का कहना है कि -

achchha laga sun kar.......:)

Lams का कहना है कि -

Geet, Kahaani aur sanchalan sab hi uchh koti ka hai.

दिपाली "आब" का कहना है कि -

wow..aprajita aapki awaaz bahut cute hai, madhur aur manbhavan..
kahani ke liye kya kahu.. kuch na kahu to behtar hai, main bahut chhoti hun amma ki kahani par kuch kehne ke liye :)

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