7 अप्रैल 2008 के भारतीय समयानुसार सुबह 7:30 हिन्द-युग्म के सदस्य निखिल आनंद गिरि का जीवंत टेलीफोनिक साक्षात्कार और काव्य-पाठ प्रसारित किया गया। यह प्रसारण डैलास, अमेरिका के एफ॰एम॰ रेडियो स्टेशन 'रेडियो सलाम नमस्ते' से 'कवितांजलि' कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया। यह कार्यक्रम वहाँ के स्थानीय समयानुसार प्रत्येक रविवार की रात्रि ९ बजे से १० बजे तक होता है जिसका संचालन श्री आदित्य प्रकाश जी करते हैं। इस कार्यक्रम में दुनिया भर से हिन्दी के लगभग सभी नामचीन मंचिय कवियों ने काव्य-पाठ किया है।
हमने निखिल के साक्षात्कार को रिकार्ड करने का यत्न किया है। डेंटन निवासी युवा कवयित्री रचना श्रीवास्तव ने भी हिन्द-युग्म के युवा कवि का प्रोत्साहन करने के लिए काव्य-पाठ और बातचीत के बाद स्टूडियों फोन किया था, मगर हम उनकी बातों को ठीक से रिकार्ड नहीं कर सके। फिर भी हिन्द-युग्म उन्हें लिखित धन्यवाद ज़रूर देना चाहेगा।
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Kavya-path of Nikhil Anand Giri on Radio Salaam Namaste


नए साल के जश्न के साथ साथ आज तीन हिंदी फिल्म जगत के सितारे अपना जन्मदिन मन रहे हैं.ये नाना पाटेकर,सोनाली बेंद्रे और गायिक कविता कृष्णमूर्ति.
नाना पाटेकर उर्फ विश्वनाथ पाटेकर का जन्म १९५१ में हुआ था.नाना पाटेकर का नाम उन अभिनेताओं की सूची में दर्ज है जिन्होंने अभिनय की अपनी विधा स्वयं बनायी.गंभीर और संवेदनशील अभिनेता नाना पाटेकर ने यूं तो अपने फिल्मी कैरियर की शुरूआत १९७८ में गमन से की थी,पर अंकुश में व्यवस्था से जूझते युवक की भूमिका ने उन्हें दर्शकों के बीच व्यापक पहचान दिलायी.समानांतर फिल्मों में दर्शकों को अपने बेहतरीन अभिनय से प्रभावित करने वाले नाना पाटेकर ने धीरे-धीरे मुख्य धारा की फिल्मों की ओर रूख किया.क्रांतिवीर और तिरंगा जैसी फिल्मों में केंद्रीय भूमिका निभाकर उन्होंने समकालीन अभिनेताओं को चुनौती दी.फिल्म क्रांतिवीर के लिए उन्हें १९९५ में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरष्कार मिला था.इस पुरष्कार को उन्होंने तीन बार प्राप्त करा.पहली बार फिल्म परिंदा के लिए १९९० में सपोर्टिंग एक्टर का और फिर १९९७ में अग्निसाक्षी फिल्म के लिए १९९७ में सपोर्टिंग एक्टर का.४ बार उन्हें फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला.एक एक बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सपोर्टिंग एक्टर का और दो बार सर्वश्रेष्ठ खलनायक का.
सोनाली बेंद्रे का जन्म १९७५ में हुआ.सोनाली बेंद्रे ने अपने करियर की शुरूआत १९९४ से की.दुबली-पतली और सुंदर चेहरे वाली सोनाली ज्यादातर फिल्मों में ग्लैमर गर्ल के रूप में नजर आई. प्रतिभाशाली होने के बावजूद सोनाली को बॉलीवुड में ज्यादा अवसर नहीं मिल पाए.सोनाली आमिर और शाहरूख खान जैसे सितारों की नायिका भी बनीं.उन्हें ११९४ में श्रेष्ठ नये कलाकार का फिल्मफेअर अवॉर्ड मिला.
सन १९५८ में जन्मी कविता कृष्णमूर्ति ने शुरुआत करी लता मंगेशकर के गानों को डब करके.हिंदी गानों को अपनी आवाज से उन्होंने एक नयी पहचान दी. उन्हें ४ बार सर्वश्रेष्ठ हिंदी गायिका का फिल्मफेयर पुरष्कार मिल चूका है. २००५ में उन्हें भारत सरकार से पद्मश्री सम्मान मिला.
इन तीनो को इन पर फिल्माए और गाये दस गानों के माध्यम से रेडियो प्लेबैक इंडिया के ओर से जन्मदिन की शुभकामनायें.








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6 श्रोताओं का कहना है :
बधाई निखिल जी और हिंद युग्म.
सात समंदर पार भी हिन्दयुग्म की चर्चा हुई जान कर बहुत खुशी हुई.
प्रस्तुत किया गया हिन्दयुग्म का परिचय बहुत प्रभावशाली है.
**एक सुझाव है-क्यों न इस ऑडियो परिचय को हिंद युग्म की साईट पर स्थाई मुख्य पृष्ठ पर रख दिया जाए ?
निखिल जी का साक्षात्कार भी बहुत अच्छा लगा.
शुभकामनाएं
निखिल जी , आवाज़ और भाव दोनो ही प्रभावशाली है.. बधाई और शुभकामनाएँ ...
शुभकामनाएं... भाई निखिल आनंद गिरी जी की कविताओं में जो बात है वो किन्हीं सीमाओं में बंध कर रहने वाली तो है नही. उनकी रचनायें तो सीमाओं को तोड़ने वाली हैं.. क्रांतिकारी.. अंदाज़ तो खैर अति उत्तम है ही..
हम भी अपने ब्लॉग पर हिंद युग्म के मित्रों का साक्षात्कार शीघ्र पोस्ट करते हैं.. बड़ी लेट लतीफी हो रही है.. कितने दिन हो गए हैं पुस्तक मेला समाप्त हुए..
nikhil ji bahu-bahut badhaai
हिंद युग्म और निखिल जी को बहुत बहुत बधाई , निखिल जी द्वारा कही हुई कविताएँ सुनाने को मिली , बहुत अच्छा लगा, खासतौर पर हिंद युग्म का परिचय ,हिंद युग्म के प्रयास विदेशों में भी हिन्दी भाषा को विकसित करने के लिए जागृति फैला रहे हैं ,देख कर बड़ी खुशी हुई ,हिन्दी और हिंद युग्म और तरक्की करे ऐसी हमारी मनोकामना है ,शुभकामनाएँ ,जय हिंद--जय हिन्दी
पूजा अनिल
आप सबने इतना प्रोत्साहन दिया.....बहुत-बहुत शुक्रिया..
हिन्दी जिन्दाबाद..
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