धीरे-धीरे हिन्द-युग्म की आवाज़ें रेडियो के श्रोताओं तक भी पहुँचने लगी हैं। रेडियो सलाम नमस्ते से जुड़े श्री आदित्य प्रकाश जी ने जब युग्म के युवा कवि निखिल आनंद गिरि का काव्य-पाठ बजाया तो बहुत से श्रोताओं ने उन्हें बधाइयाँ दी। इसी का परिणाम है कि कल यानी 28 अप्रैल 2008 की सुबह डैलास, अमेरिका के एफ॰एम॰ रेडियो चैनल 'रेडियो सलाम नमस्ते' पर कवितांजलि कार्यक्रम के दरम्यान श्री आदित्य प्रकाश ने हिन्द-युग्म की युवा कवयित्री अनुपमा चौहान से भी बात की, उनके विचार जाने। अनुपमा जी ने अपने एक गीत 'नाता' को पूरे सुर में गाकर भी सुनाया। इंटरनेट कनैक्शन में आये क्षणिक व्यवधान के कारण पूरे साक्षात्कार में लगभग १५ सेकेण्ड की रिकार्डिंग छूट गई है। आप सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
नीचे ले प्लेयर से सुनें.
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VBR MP3 | 64Kbps MP3 | Ogg Vorbis |
Kavya-path of Anupama Chauhan on Radio Salaam Namaste
नाता का उच्च गुणवत्ता का पॉडकास्ट यहाँ भी सुना जा सकता है।
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5 श्रोताओं का कहना है :
अनुपमा जी
बहुत-बहुत बधाई। आपकी आवाज़ को रेडियो पर सुनना सुखद लगा।
बहुत बधाई. बढ़िया रहा आपको सुनना.
अनुपमा जी, आपकी आवाज़ अमरीका तक पहुँची और हमने सुनी, बहुत अच्छा लगा।
अनुपमा के माध्यम से युग्म फ़िर से गुंजा |
सभी को बधाई |
-- अवनीश
अनुपमा जी के नामानुसार
अनुपम है आवाज भी
अमेरिका में गूँज उठा है
हिन्द-युग्म का साज भी
इससे पहने निखिल भाई ने
मन मोहा श्रोताओं का
डलास शहर से तार जुड़ गया
हिन्द-युग्म के गाँव का
- बहुत बहुत बधाई अनुपमा जी को और
आदित्य जी को जो सुदूर में जुटे हैं हिन्दी के
प्रचार और प्रसार में..
जय हिन्द- जय हिन्दी
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