रेडियो प्लेबैक वार्षिक टॉप टेन - क्रिसमस और नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित


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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Thursday, July 31, 2008

एक चांदनी का झरना बन जाती मैं...



दूसरे सत्र के पांचवे गीत का विश्व व्यापी उदघाटन आज.

दोस्तो,
प्रस्तुत है पांचवा गीत, संगीतकार हैं एक बार फ़िर ऋषि एस, जिनका भी संयोगवश ये पांचवा ही गीत है युग्म के संगीत संग्रह के लिए, साथ में हैं उनके जोडीदार गीतकार सजीव सारथी. ये नए सत्र का पहला फिमेल सोलो गीत है और आवाज़ है मानसी पिम्पले की, जो इससे पहले "बढ़े चलो" में अपनी उपस्थिति बखूबी दर्ज करा चुकी है. तो सुनें और बताएं कैसा लगा आपको ये ताज़ा गीत.

गीत को सुनने के लिए प्लेयर पर क्लिक करें



Friends, here we bring another fresh song made through the internet jamming, like many of our earlier songs. This is the first female solo song for this new season, rendered by Mansi Pimpley, composed by Rishi.S and written by Sajeev Sarathie. "Mein nadi..".is essentially a "feel good" song. A song that is intended to make the listener feel natural and playful about life. It reminds people to be happy in life. It reflects this mood through the character of a playful girl. So guys listen to this brand new song and have your comments as well.

To listen to the song, please click on the player



गीत के बोल - ( Lyrics )

मैं नदी , मैं पवन, हूँ धरा या गगन,
मैं बहूँ या उडूं, बेखुदी में मगन,
मैं यहाँ , मैं वहाँ, मुसाफिर मेरा मन...
मैं नदी.....

शाखों से झांकूं,
किरणों की मानिंद,
भोर की धुन में बाजूं,
बांसुरी सी,
मोरनी बन के नाचूं,
कोयल की तान में गाऊं,
देख बदरी मैं झूमूं,
बावरी सी,
महकी महकी,
है सारी गलियाँ,
छू लूँ मैं तो,
खिलती है कलियाँ,

खोले झरोखे अम्बर,
तारों के सारे मंज़र,
बस जाता चन्दा भी यूं,
मेरी आँखों के अंदर,
एक चांदनी का झरना
बन जाती मैं,
मुझसे बातें करती हैं रातें,
देकर सपनों की सौगातें,



चित्र (बायें से दायें) - ऋषि एस, सजीव सारथी, मानसी पिम्पले

यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)





VBR MP364Kbps MP3Ogg Vorbis


SONG # 05, SEASON # 02, "MAIN NADI...", OPENED ON AWAAZ, HINDYUGM ON 01/08/2008.
Music @ Hind Yugm, Where music is a passion.

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45 श्रोताओं का कहना है :

रंजना [रंजू भाटिया] का कहना है कि -

बहुत सुंदर लफ्ज़ भी ,धुन भी और आवाज़ भी ...

पारुल "पुखराज" का कहना है कि -

sundar,madhur..khaaskar mukhdaa bahut achha laga sun ney me

neelam का कहना है कि -

i am not satisfied by the music composition ,
itne achche lafjoon ka beda gark kar diya hai aapne any way wish u good luck for better compositon.
neelam mishra

shivani का कहना है कि -

बहुत खूब .....सजीव जी का लिखा गीत कितना सरल कितना मधुर है इतनी अच्छी रचना के लिए बधाई स्वीकार करें !ऋषि जी का दिया संगीत भी मन को सुकून देता है !मानसी जी ने भी अपनी मीठी आवाज़ से इस गीत में चार चाँद लगा दिए हैं !इनकी आवाज़ सुन कर लगा शायद कविता कृष्णमूर्ति जी की आवाज़ सुन रही हूँ !आप तीनो के योगदान से गीत मधुर बना है !भविष्य के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं !कई बार सुन चुकी हूँ ,और हर बार इसकी मिठास बढ़ कर ही लगती है !बहुत अच्छा प्रयास !धन्यवाद !

दीपाली का कहना है कि -

pichale hafte "tere chehare pe" sunane ke baad is week ke naye dhun ka intazar tha.avaz ka sangit nirantar utkrisht hota ja raha hai.mansi ki avaz bahut surili hai .phir bhi kuch kami reha gayi hai

Anonymous का कहना है कि -

Exellent Voice !

Keep going !

God Bless You !

Rajiv Bindage

AnEngineer का कहना है कि -

bahut hi sureeli hain mansi ji.sukoon mila hai is gaane ko aur ise sunane walon ko.
kash main bhi koi aisa hi geet ga pata jo logon ko sukoon de sake.

Dr.K.K.Chakraborti का कहना है कि -

Excellent song and excellent singing

sunita yadav का कहना है कि -

मानसी ! सुनकर दिल को सुकून मिल रहा है ...:-) टिप्पणियां पढ़कर दिल तो बाग-बाग हो रहा है ...वाह ...congr8ts! गीत , संगीत और सुर तीनों का संगम अत्यन्त कर्णप्रिय है
बधाइयां ...मानसी हम सभी तुम्हें बहुत याद करते हैं ...
सुनीता

Vaijayanti Vivek Gulavani का कहना है कि -

Very good. Music, lyrics and especially singing is very good. Keep it up. All the best!

shruti jammula का कहना है कि -

i don hve words 2 expres.....d song is extremly well sung...congrats ....... manasi!song is realy melodious....gud!keep it up!

Biswajeet का कहना है कि -

I just loved the song... Congratulations...

BRAHMA NATH TRIPATHI का कहना है कि -

एक सुरीली आवाज में गया एक सुंदर गीत
धुन भी अच्छी थी पर मानसी जी ने गाने में कहीं कहीं जल्दबाजी की है जिससे कुछ शब्द ठीक से समझ नही आते

pradeep kumar baliyan का कहना है कि -

kamaal hai ! kya bol hain ? aur saaj - o - aawaz bhi poori tarah geet ke anukool . manasi ki aawaz bilkul aisi lagti hai jaise nadi kal kal karti behti hai . badhaaie!

श्रद्धा जैन का कहना है कि -

bhaut sunder
shabad bhaut sunder hai

Krishi ji ko bhaut bahut badhayi

हकीम जी का कहना है कि -

क्या कहू ...इतनी प्यारी आवाज और बोल ...मै बहुत खुश हूँ... सभी को गीत की मुबारकबाद...

हकीम जी का कहना है कि -

मानसी जी को कहीये शब्दों को खुलकर बोले चबाकर नही...और जल्दबाजी नही.. संगीत को लय को गुड लेंथ में बांधे ..

Subhojit का कहना है कि -

Very gud composition n lyrics too.........Congrats..gud work.

seema gupta का कहना है कि -

Thanks a lot Sajeev jee for making me hear such beautiful and song. the words are very touching and soft, and the music and voice are comendable.

Regards
seema

Dr. Vinay का कहना है कि -

Dear Manasi,

I will simply ask one question, "When is the next"

Janmejay का कहना है कि -

badhai!
bahut madhur geet hai,agar recording quality achhi hoti,to waqai bahut karnpriy hai yah geet,yadyapi nayepan ka abhav hai!

geet sun kar man me mishrit pratikriyaen utpann huin.bol aur dhun tatha vadya aur swar,dono jaghon par talmel bahut achha nahi baith paya hai.dhun kuchh jaghon par bari achhi lagne lagti hai ki tabhi wapas ek sapat dharre par chali jati hai.

mukhra bara sundar ban para hai.pehla anuchchhed bhi sarahneey hai,dusre anuchchhed me sudhar ki aawashyakta hai.

"मोरनी बन के नाचूं,
कोयल की तान में गाऊं,
देख बदरी मैं झूमूं,
बावरी सी,"
yahan agar koyal pehle aur morni baad me ati to kavi bandhuwon ko jyada achha lagta.
dusre anuchchhed ke bol shayad agar thore parishkrit kiye jayen to geet ki khamiyan naa ke barabar rah jayengi.

yah geet,as a project, bahut badhiya hai,ispe fir se kaam karen.mujhe puri ummeed hai ki is geet ko aap ek khubsurat aur yadgaar geet ka roop de sakte hain,is geet me itni kshmta hai,aur aap me bhi.
is geet me 'hummings(gungunahat)' ka pryog karen,bolon me dhun ke hisab se thora sa parishkar karen aur achhe se recording kare,fir dekhiye kitna lajwaab geet ban ayega!

meri puri shubh kamnayen team ke sath hai.

koshishen jari rahen,manzilen mil jayengi.
nakamiyan bhi whan talak ki sidhiyan ban jayengi.
aur fir ayega ek din,hogi manzil samne,
ayegi khud wo paas tere hath tera thamne.

koshishen jari rahen,manzilen mil jayengi!


dhanyawaad!

-janmejay

J.M. SOREN'S PAGE-- SANTHALS MUSICIANS GANG का कहना है कि -

i am not satisfied by the music composition ,
itne achche lafjoon ka beda gark kar diya hai aapne any way wish u good luck for better compositon.
neelam mishra

NEELAM MISHRA JI. APNE TO CHAND SHABDO MEIN HI APNI PRATIKIRYA ZAHIR KAR DI. AGAR APKO COMPOSOTION ACHI NAHIN LAGI TO BATAIYE KAMIYAN KAHAN HAIN. ITNI ASANI SE MAT BOLIYE KI BEDA GARK. PLS DO NOT USE SUCH WORDS. KYA APKO MALOOM HAI KI COMPOSE KARNE MEIN AADMI KA KITNA TEL (OIL) NIKAL JATA HAI. WO BHI JAB BANDA NAUKRI KARE, ISKE BAAD COMPOSE KARE , KHUD ARRANGE BHI KARE, MIX BHI KARE. APNE TO SARI MEHNAT EK LINE MEIN HI SAMET DIYA. UMEED KARTA HOON BAKO LISTENERS SE KI PLS ITNI ZYADA BHARI SHABDO KA ISTEMAL NA KAREIN. AUR AGAR KAMI LAGTI HAI TO BATAIYE BHI. SUDHARNE KA RASTA BHI DIJIYE. SHAYAD AAP ZYADA SAMAJHDAR HAIN. KINDLY LISTEN TO SUBAH KI TAAZGI THAT RISHI HAD COMPOSED. WO ABHI BHI TAAZA HAI. AAPKI AANKH KYA KHULEGI AAPKE KAAN KHUL JAYENGE GAANA SUN KE. PLS MORNING MEIN MAT SUNIYEGA WO GANA. KYONKI AAPKO WO GEET THAKAN SE BACHAYEGI.

I SUPPOSE I HAVE SAID ENOUGH.

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

गीत का मुखड़ा बहुत बढ़िया है और संयोजन भी उम्दा है। मुझे लगता है कि मुखड़ा और अंतरे के बीच में जो संगीत बजता है, उसे थोड़ा और लम्बा होना चाहिए था ताकि शुरू की धुन और बीच की धुन श्रोताओं के दिलों में स्थापित हो सके। गीत श्रवणीय है।

"Nira" का कहना है कि -

aap teeno ka prayas bahut kamyab hai. bahut acha laga yeh geet sunkar. asha hai aor bhi geet aor kavitayain hume yahan soon.ne ko milaingin.
aapsab ko bahut bahut badhai ho
nira

pawan arora का कहना है कि -

pahli baar suna geet ...sach ek alag mithas he jo ek thndk deti he man ko ...aap ko bahut bahut mubaark

Anonymous का कहना है कि -

fantabulous

तपन शर्मा का कहना है कि -

रिषी जी के संगीत से हम लोग पहले से ही वाकिफ हैं. मानसी जी, आपकी आवाज़ अच्छी है, परन्तु मुझे लगा कि कुछ शब्द जल्दी-जल्दी बोले गये. जैसे बेखुदी या मुसाफिर... ये शब्द साफ सुन नहीं पाया मैं... अगर उसमें सफाई आ जाये तो काफी बढिया हो जाये.. अगले गीत के लिये बधाई..
सजीव जी, आप बहुत अच्छे गीत लिखते हैं...

आशा जोगळेकर का कहना है कि -

Bahut meethi aur tajagi bhari awaj par back ground men bhi shabd bolane se shabd achchi tarhase samazna mushkil ho jata hai. Waise sangeet bhi accha hai.

Manish Kumar का कहना है कि -

मुखड़े के पहले का संगीत - सुंदर

मुखड़ा- अति सुंदर, यही इस गीत का सबसे मजबूत हिस्सा है। और इस हिस्से में मानसी की आवाज़ निखर कर सामने आती है और संगीत भी आवाज के पीछे बहता दिखता है।

पहला व दूसरा इनटरल्यूड - सामान्य

पहला अंतरा और दूसरा अंतरा - संगीतकार से यहीं चूक हुई है। म्यूजिक अरेंजमेंट जरूरत से ज्यादा लाउड है। मानसी क्या गा रही हैं उसके लिए ऊपर लिखे बोलों को देखना पड़ता है।

अगर इस बात पर ध्यान दिया जाता तो ये गीत बहुत अच्छा हो सकता था।

पर शुरुआत के अंशों को सुनकर मन बेहद खुश हुआ और इसके लिए गायिका,गीतकार और संगीतकार की पूरी टीम को बधाई !

Archana का कहना है कि -

Hi!
Sangeet ka gyaan nahee hai mujhe...
lekin ye geet sunke achchaa feel hua.... aur mujhe Mansi ki awaz achchee lagee, pyaari si , madhur si .....
Jese song ki lyrics hai ..theme hai ... isme thoda aur masti dali jaa sakti thi composer ke dwara....
Ye song sunke esa laga jese ki thandi hawa dheere dheere mere kaano se guzar rahee hai ...
aur bahut relaxed feel hua....

JM Soren ji ka comment kafi sahee hai ki
koi bhi kaam jab bahut mehnat se kiya jata hai
, utsaah se , lagan se .... aur khatam hone pe uspe agar koi esa comment mile jo ki dil ko cheerta hua nikal jaye to bahut bura lagta hai .... isliye chahe comment mai koi negative baat bhi kehni ho to usko bhi pyaar se ya explain karke bolna chahiye....

good luk Mansi,Sajeev jee, Rishi ...

Anonymous का कहना है कि -

namashkar sanjeev jee............aap ki rachna bahut hi aachi hain...music aur voice bhi bahut aachi hain ....best of luck ....
just relese my 2 devotional albums...
leepikaa

anitakumar का कहना है कि -

exteremely good music, worda and excellent voice..overall very pleasant song

पंकज सुबीर का कहना है कि -

सजीव जी बहुत सुंदर शब्‍द लिखे हैं आपने बहुत अच्‍छे प्रयोग किये हैं । संगीत में भी जो रुन झुन है वो गीत को सार्थक कर रही है । आपने गीत में जो प्रकृति के शब्‍द लिये हैं वे आपके शब्‍दकोश की समृद्धता को बता रहे हैं हां बस एक ही बात ये है कि गीत के शब्‍दों को जानने के लिये टैक्‍सट को पढ़ना पढ़ रहा है क्‍योंकि मानसी ने गीत को इतना चबाकर और जल्‍दी में गाया है कि कुछ समझ में नहीं आता कि क्‍या शब्‍द हैं । ऋषि जी ने इतनी शांत धुन बनाई है कि जल्‍दी गाने की जरूरत ही नहीं है ऋषि जी को भी मेरी बधाई इतनी सुंदर धुन के लिये और सजीव जी आपको भी

Nesh का कहना है कि -

bhaut khuboo likha aur gaya gya hai.best of luck for all team

MANOJ BHARDWAJ का कहना है कि -

iss madhur dhun ko sun kar aisa laga maano ek alhar, manmauji larki prakriti ki sundarta main vileen ho , anandit ho rahi ho. aapki yeh dhun prakriti se bahut nikat hai, shabdono ka bahut sunder prayog hua hai. pehle antre ka sangeet to atikarnapriye hai. aapko bahut bahut dhanyabaad , bahut samay pashchaat is shor gul ke beech, ek madhur we shant rachna sun-ne ka saubhagya prapt hua. dhun we bol bahut hi sunder hain, bus vadhyono ko thora aur karnapriye hona jaroori hai. congr8s, keep it up.

Sudeep का कहना है कि -

Good things
• Composition thought – Singer selection, music sample selection
• Voice quality,
• Song Feel & Interlude

Bad things
• Lyrics - ve been noticing & voicing this for a while now, guys your lyrics are heavy & not common mans language.See if its possible to make it lighter or else you will not have global audience.
• Samples – The samples are cheap quality, eg - drums sound like octapad, so work on your library, get some good samples.
• Rythem Base – If im not wrong, rythem is 9 matra, however the singer is singing on 9.25 matra. It can be a rendering issue, so see if your software has leakage. Overall its taking the feel away. Also that you have used drums, tabla & some mridang or pakhawaj beats to give a complete body, its not sounding good. Since taal is base of any comp, my suggestion on this is to change it from experimental to simple keharwa. It will get the “chanchal” mood.

Trust we would be in sync, let me know if you want detailing

Good Luck.
Sudeep.

Sudeep का कहना है कि -

Good things
• Composition thought – Singer selection, music sample selection
• Voice quality,
• Song Feel & Interlude

Bad things
• Lyrics - ve been noticing & voicing this for a while now, guys your lyrics are heavy & not common mans language.See if its possible to make it lighter or else you will not have global audience.
• Samples – The samples are cheap quality, eg - drums sound like octapad, so work on your library, get some good samples.
• Rythem Base – If im not wrong, rythem is 9 matra, however the singer is singing on 9.25 matra. It can be a rendering issue, so see if your software has leakage. Overall its taking the feel away. Also that you have used drums, tabla & some mridang or pakhawaj beats to give a complete body, its not sounding good. Since taal is base of any comp, my suggestion on this is to change it from experimental to simple keharwa. It will get the “chanchal” mood.

Trust we would be in sync, let me know if you want detailing

Good Luck.
Sudeep.

subodh sathe का कहना है कि -

sweet voice , great lyrics and Rishi, nice composition + music as usual :) Keep rocking!

सोनाली सिंह का कहना है कि -

GOD Bless You !

ज़ाकिर हुसैन का कहना है कि -

बहुत सुंदर लफ्ज़ भी ,धुन भी और आवाज़ भी

Swarna Jyothi का कहना है कि -

अच्छा प्रयास लगा धुन और अछी हो सकती थी आवाज़ मधुर है पर शायद लफ़्ज़ जरा जल्दी बोले गए से लगते हैं रचना अच्छी लगी। बधाई आप के इस बेहतरीन संगीत मंच के लिए
स्वर्ण ज्योति

jaspreet का कहना है कि -

mansi apki sukoon bhari, mrudul aur pyaari awaj ne hame aapka fan banaa diya hain...god bless you..keep it up!!!!

JASPREET

Dr. shyam gupta का कहना है कि -

bahut khoob.

संजय बेंगाणी का कहना है कि -

आँख बन्द करें और सुनते जाये...आप प्रकृति की गोद में होंगे. बधाई...शब्द व स्वर दोनो मधूर है.

आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' का कहना है कि -

ऋषि मानसी सजीव की, प्रस्तुति, भाई खूब
तालमेल स्वर शब्द का, मधुर- गया मन डूब.

साधुवाद के पात्र हैं, प्रतिभा ललक प्रयास.
'सलिल' समन्वय सार्थक, फैला रहा उजास.

आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)

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