रेडियो प्लेबैक वार्षिक टॉप टेन - क्रिसमस और नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित


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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Saturday, June 27, 2009

नव पॉडकास्ट कवि सम्मेलन में 20 काव्य-रश्मियों की प्रभा



सुनिए ऑनलाइन कवि सम्मेलन का वार्षिक अंक

Rashmi Prabha
रश्मि प्रभा
पूरे भारत में गरमी अपना तांडव कर रही है। हर तरफ बस एक ही पुकार है कि अल्लाह मेघ दे, पानी दे। कभी-कभी हम जैसे भावुक हृदयवालों का मन होता है कि कहीं से खुदा को खोज निकालें और उससे विनती करें कि कृपया पानी दे दें। खैर फिलहाल हम तो आपके लिए एक ऐसी बारिश लाये हैं जिसमें आप अनुभूतियों की तरह-तरह की बूँदों से भीगेंगे। जी हाँ, आप सही समझे, गर्मी की मार से अल्पकालिक ही सही, एक राहत देने के लिए, हम लेकर हाज़िर हैं जून 2009 का पॉडकास्ट कवि सम्मेलन लेकर।

इस बार के इस कवि सम्मेलन में उचित मेघ का उचित समय पर बरसने का आह्वान किया है रश्मि प्रभा ने और इस बरसात की निरंतरता का प्रयोजन किया है खुश्बू ने। खुशी की बात है कि रश्मि प्रभा के प्रयास से इस कवि सम्मेलन में हर माह नये कवि जुड़ते जा रहे हैं। इस बार भी 9 प्रतिभागी पहली पार इस ऑनलाइन कवि सम्मेलन का हिस्सा बन रहे हैं।

पॉडकास्ट कवि सम्मेलन का यह 12वाँ अंक है। मतलब हिन्द-युग्म के इस आयोजन ने अपना एक वर्ष पूरा कर लिया है। इसमें हमारे श्रोताओं के प्रोत्साहन का बहुत योगदान रहा है।

बगैर लम्बी भूमिका के आपको सुनवाते हैं अपना वार्षिकांक कवि सम्मेलन-



प्रतिभागी कवि-सरस्वती प्रसाद, किरण सिन्धु, गौरव शर्मा, स्वप्न मंजूषा 'शैल', प्रीति मेहता, दीपाली आब, मनोज भावुक, अनिल मासूम शायर, संत कुमार शर्मा, अक्षय मन, दीपाली पन्त तिवारी, पारुल, ललित मोहन त्रिवेदी, नीरज गोस्वामी, प्रिया, संगीता स्वरुप, शिखा वार्ष्णेय, श्यामल सुमन, यायावर।

संचालन- रश्मि प्रभा

तकनीक- खुश्बू


यदि आप इस अंक को डाउनलोड करना चाहते हैं तो नीचे का लिंक इस्तेमाल करें
उच्च क्वालिटी का mp3 (90 kbps)निम्न क्वालिटी का wma (60 kbps)




आगामी कवि सम्मेलन 'बारिश' पर केंद्रित होगा

हम उम्मीद करते हैं कि जुलाई महीने की शुरूआत समूचे भारत में मानसून के आगत से होगी और आनेवाला सावन झूम-झूम बरसेगा। इसलिए हमने यह तय किया है कि जुलाई माह का पॉडकास्ट सम्मेलन 'बारिश' को ही समर्पित होगा। कृपया इस अंक में ज़रूर भाग लें। वर्षा, बरसात, बारिश आपके कवि-मन के किस तरह से छूती है, हम सुनना चाहते हैं।

1॰ अपनी आवाज़ में 'बारिश' विषय पर केंद्रित अपनी कविता/कविताएँ रिकॉर्ड करके भेजें।
2॰ जिस कविता की रिकॉर्डिंग आप भेज रहे हैं, उसे लिखित रूप में भी भेजें।
3॰ अधिकतम 10 वाक्यों का अपना परिचय भेजें, जिसमें पेशा, स्थान, अभिरूचियाँ ज़रूर अंकित करें।
4॰ अपना फोन नं॰ भी भेजें ताकि आवश्यकता पड़ने पर हम तुरंत संपर्क कर सकें।
5॰ कवितायें भेजते समय कृपया ध्यान रखें कि वे 128 kbps स्टीरेओ mp3 फॉर्मेट में हों और पृष्ठभूमि में कोई संगीत न हो।
6॰ उपर्युक्त सामग्री भेजने के लिए ईमेल पता- podcast.hindyugm@gmail.com
7.जुलाई अंक के लिए कविता की रिकॉर्डिंग भेजने की आखिरी तिथि- 18 जुलाई 2009
8. जुलाई अंक का पॉडकास्ट सम्मेलन रविवार, 26 जुलाई 2009 को प्रसारित होगा।


रिकॉर्डिंग करना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है। हमारे ऑनलाइन ट्यूटोरियल की मदद से आप सहज ही रिकॉर्डिंग कर सकेंगे। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।

# Podcast Kavi Sammelan. Part 12. Month: June 2009.
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12 श्रोताओं का कहना है :

'अदा' का कहना है कि -

रश्मि जी,
बहुत ही उम्दा आयोजन रहा, सारी कीकवितायेँ एक से बढ़ कर एक, बहुत ही सफल कवि सम्मलेन रहा, बस अब तो बधाई स्वीकार करें, सभी प्रतिभागियों को बधाई
सरस्वती प्रसाद, किरण सिन्धु, गौरव शर्मा, प्रीति मेहता, दीपाली आब, मनोज भावुक, डॉ॰ अनिल चड्डा, संत कुमार शर्मा, अक्षय मन, दीपाली पन्त तिवारी, पारुल, ललित मोहन त्रिवेदी, नीरज गोस्वामी, प्रिया, संगीता स्वरुप, शिखा वार्ष्णेय, श्यामल सुमन, यायावर।

स्वप्न मंजूषा 'अदा'

Shamikh Faraz का कहना है कि -

रश्मि जी को आयोजन की बधाई और साठ ही सभी प्रतिभागीओं को भी मुबारकबाद.

अनिल कान्त का कहना है कि -

आप पूरे कार्यक्रम का संचालन बहुत खूबसूरती से करती हैं ...सभी कवियों की कवितायेँ एक से बढ़कर एक थी

राजाभाई कौशिक का कहना है कि -

रश्मि जी ! आप को स्वीकार करना ही पडेगा हमारा सत्कार, मेरे हृदय की अनंत गहराई के तल से बधाई,तकनीक और तजबीज की मीक्सी में घोटे गये मसाले से जो रस निकला वो हमने पीया तो संतप्त मन को शांति प्राप्त हुई ,हमारे एक नेत्रहीन बाबा ने ध्यान लगाकर मुह खोले लम्बे समय तक सुनने के बाद आपको आशीर्वाद भेजा है , मै तो इस प्रकार के पाडकास्ट की प्रतिदिन प्रसारण की उम्मीद एवं मंगलकामना करता हूँ।

प्रिया का कहना है कि -

Pura sammelan suna ! bahut hi umda! jin donsto se lekhan ke liye protsahan thatha disha nirdesh milta hain aap unki aawaaz se bhi parichay hua.. Saath hi hindyug ththa rashmi ji ka shukriya jinhone mujhe bhi shirkat karne ka mauka diya.

Rashmi ji ka sanchalan...bhaut sunder!

संत शर्मा का कहना है कि -

Sundar aur pahle se aur behtar Aayojan raha. Sabhi kavitaye achchi aur prasansniye thi. Is aayojan se jude har vyaqti ko meri hardik shubhkamnaye.

Manju Gupta का कहना है कि -

Rashmi ji ka sanchalan kabile tarif hai.Shabdo ki rashmiya suryprabha ban Kavisammelan ko prakashit-gatiman kar rahi thi.
sabhi kaviyo ka prayas sandar hai.
Badhayi.

सजीव सारथी का कहना है कि -

भाई कल आप लोगों की दुवाएं कितनी कारगर रही कि उत्तर भारत के बहुते से इलाकों में बारिश हुई और गर्मी से हल्की राहत मिली. रश्मि जी का संयोजन लाजवाब रहा . सभी कवियों ने जमकर रंग जमाया. अब अगली बार मानसून से सजी कविताओं का बेसब्री से इंतज़ार रहेगा.

दिपाली "आब" का कहना है कि -

@ Rashmi ji,

sarvpratham bahut bahut badhai, bahut hi sundar aur mantrmugdh kar dene wala hai is baar ka kavi sammellan...

aur sabhi kavitaayein bahut hi khoobsurat hai, kuch kavitaayein jo dil ko chhuu gayi wo thi..
saraswati ji ki 'man ka rath',
shail ji ki'purushottam'(bahutjyada pasand aayi),
anil bhaiya ki 'pita',
yayavar ki kavita aur awaaz to unki bahut hi khoobsurat hai,
is barasti saanjh mein ...bahut hi khoobsurati se gaaya hai..
gaurav ji ki 'ghar' ghar ke naye naye maayne batati hui, bahuthi khoobsurat ghazal hai.

rachana का कहना है कि -

रश्मि जी बहुत सुंदर संचालन किया है आपने और सभी की कवितायेँ मन मोहक हैं बहुत अच्छे अंदाज से पढ़ा भी है सभी ने
सादर
रचना

शेफाली पाण्डे का कहना है कि -

bahut hee achchha laga ...rashmee jee bahut badhaai

Disha का कहना है कि -

सभी की रचनाये कमाल की थीं बधाई

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