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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Friday, September 18, 2009

प्यार किया तो मरना क्या - काका हाथरसी



सुनो कहानी: काका हाथरसी की "प्यार किया तो मरना क्या"

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में मुंशी प्रेमचन्द की कहानी "शंखनाद" का पॉडकास्ट सुना था। १८ सितम्बर को काका हाथरसी के जन्मदिन के अवसर पर आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार काका हाथरसी की कथा "प्यार किया तो मरना क्या", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।

कहानी का कुल प्रसारण समय 8 मिनट 15 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।





गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार बढ़ा दिन-दूना, प्रजातंत्र की स्वतंत्रता का देख नमूना।
~ प्रभुनाथ गर्ग "काका" हाथरसी (1906-1995)


हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी


आप मोक्ष धाम को जाएंगे और हम रबड़ी खुरचन उड़ाएंगे। फिर आपकी पुण्य तिथि पर प्रति वर्ष नगाड़ा बजता रहेगा। चंदा होता रहेगा और धंधा चलता रहेगा।
(काका हाथरसी की "प्यार किया तो मरना क्या" से एक अंश)



नीचे के प्लेयर से सुनें.
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)


यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
VBR MP3

#Thirty eighth Story, Pyar Kiya To Marna Kya: Kaka Hathrasi/Hindi Audio Book/2009/32. Voice: Anurag Sharma

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7 श्रोताओं का कहना है :

सजीव सारथी का कहना है कि -

आज तो सुनो कहानी का स्वाद ही बदला हुआ लगा....बहुत बढ़िया चुनाव और वाचन है अनुराग जी

Smart Indian - स्मार्ट इंडियन का कहना है कि -

धन्यवाद सजीव!
कल १८ सितम्बर को हिंदी हास्य और व्यंग्य के बेजोड़ कवि काका हाथरसी का जन्मदिन था. इस अवसर पर उनकी याद आना स्वाभाविक ही है. प्रस्तुत रचना उनकी अंतिम रचनाओं में से एक है.

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

सबसे अच्छी बात यह है कि आप साहित्यकारों को श्रद्धाँजलि देना नहीं भूलते। हमें तो ख्याल हीं नहीं रहता। इस व्यंग्य-आलेख को सुनना अच्छा लगा।

Manju Gupta का कहना है कि -

हास्य कवि काका हाथरसी को याद करा दिया .हमेशा की तरह अनुराग जी की मधुर आवाज में मनोरंजन कराती हुयी कहानी लगी .बधाई .

Shamikh Faraz का कहना है कि -

aadhi hindi aadhi eng ke lie mafi chahta hun. net theek se kam nahi kar raha hai.

Shamikh Faraz का कहना है कि -

अभी तक kaka haathrasi का नाम सुना था आज कहानी भी sunne को मिल गई. hindyugm का abhari.

Archana का कहना है कि -

इस प्रयास से कई लोग लाभान्वित हो रहे हैं ,आभार आपका..

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