रेडियो प्लेबैक वार्षिक टॉप टेन - क्रिसमस और नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित


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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Saturday, October 24, 2009

हिन्दी के कवि-सम्मेलन में हिन्दी



तकनीकी दौर में कवि सम्मेलन का एक रूप यह भी

Rashmi Prabha
रश्मि प्रभा
Khushboo
खुश्बू
रश्मि प्रभा पिछले 6 महीने से हिन्द-युग्म के विशेष कार्यक्रम पॉडकास्ट कवि सम्मेलन का संचालन कर रही हैं। रश्मि अपनी मातृभाषा हिन्दी से बहुत स्नेह रखती हैं। शायद इसीलिए इन्होंने इच्छा जाहिर की कि अक्टूबर 2009 का कवि सम्मेलन 'हिन्दी' विषय पर आयोजित किया जाये ताकि इसी माध्यम से हिन्दी भाषा की स्थिति, इसे बोलने वालों की अपनी भाषा के प्रति सरोकार और प्रतिबद्धता का जायजा लिया जा सके।

दुनिया की लाखों बोलियों और हज़ारों भाषाओं पर विलुप्त होने का संकट मंडरा रहा है। बाज़ार के इस समय में बिकने और बेचने वाली वस्तुओं का मोल है। इसलिए हिन्दी जहाँ बाज़ार का हिस्सा है, वहाँ फल-फूल रही है। इस दुनिया में नैतिकता, कर्तव्य-बोध के नाम पर किसी भी चीज़ को जिंदा नहीं रखा जा सकता, इसलिए पुस्तकों में भाषा को माँ जैसा स्थान मिलने के बावजूद हिन्दी को वर्तमान पीढ़ी में नहीं रोंपा जा सका है। रोंपा भी कैसे जाये- अब तो शुभकामनाओं के बाज़ार में भी देवनागरी की दुकान नहीं है।

खैर, हम इसमें ख़ाहमख़ाह उलझ रहे हैं। आइए कवि-उद्‍गारों से सजी इस महफिल में कोने की एक सीट तलाशते हैं और वाह-वाह कर तथा ताली बजाकर कवि सम्मेलन को सफल बनाते हैं।



प्रतिभागी कवि- शन्नो अग्रवाल, संत शर्मा, शरद तैलंग, सुषमा श्रीवास्तव, शिखा वार्ष्नेय, विभूति खरे, किशोर कुमार खोरेन्द्र, आर.सी.शर्मा ’आरसी’ ।


संचालन- रश्मि प्रभा

तकनीक- खुश्बू


यदि आप इसे सुविधानुसार सुनना चाहते हैं तो कृपया नीचे के लिंकों से डाउनलोड करें-
WMAMP3




आप भी इस कवि सम्मेलन का हिस्सा बनें

1॰ अपनी साफ आवाज़ में अपनी कविता/कविताएँ रिकॉर्ड करके भेजें।
2॰ जिस कविता की रिकॉर्डिंग आप भेज रहे हैं, उसे लिखित रूप में भी भेजें।
3॰ अधिकतम 10 वाक्यों का अपना परिचय भेजें, जिसमें पेशा, स्थान, अभिरूचियाँ ज़रूर अंकित करें।
4॰ अपना फोन नं॰ भी भेजें ताकि आवश्यकता पड़ने पर हम तुरंत संपर्क कर सकें।
5॰ कवितायें भेजते समय कृपया ध्यान रखें कि वे 128 kbps स्टीरेओ mp3 फॉर्मेट में हों और पृष्ठभूमि में कोई संगीत न हो।
6॰ उपर्युक्त सामग्री भेजने के लिए ईमेल पता- podcast.hindyugm@gmail.com
7. नवम्बर 2009 अंक के लिए कविता की रिकॉर्डिंग भेजने की आखिरी तिथि- 22 नवम्बर 2009
8. नवम्बर 2009 अंक का पॉडकास्ट सम्मेलन रविवार, 29 नवम्बर 2009 को प्रसारित होगा।


रिकॉर्डिंग करना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है। हमारे ऑनलाइन ट्यूटोरियल की मदद से आप सहज ही रिकॉर्डिंग कर सकेंगे। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।

# Podcast Kavi Sammelan. Part 16. Month: October 2009.
कॉपीराइट सूचना: हिंद-युग्म और उसके सभी सह-संस्थानों पर प्रकाशित और प्रसारित रचनाओं, सामग्रियों पर रचनाकार और हिन्द-युग्म का सर्वाधिकार सुरक्षित है।

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10 श्रोताओं का कहना है :

सजीव सारथी का कहना है कि -

बहुत बढ़िया थीम और बहुत बढ़िया कवि सम्मलेन, शरद जी की कविता और गायन में बहुत सच्चाई नज़र आई....रश्मि जी का संचालन शानदार है

शरद तैलंग का कहना है कि -

कवि सम्मेलन की कविताएं तथा संयोजन बहुत उत्तम है । अन्तिम कवि का नाम आर सी प्रसाद नहीं वरन आर.सी.शर्मा ’आरसी’ है कृपया सुधार कर दें ।

kishor kumar khorendra का कहना है कि -

हिंदी युग्म द्वारा हिंदी विषय पर प्रसारित कवी सम्मलेन
मे उपस्थित सभी कवियों की रचनाये मुझे पसंद आयी
शन्नो अग्रवाल -हिंदी से युग युग तक साथ हो
संत शर्मा -माँ ,माँ होती है हर हाल मे हर वेश मे पूज्य
शरद तैलंग -हिंदी मे सब काम करे सुषमा श्रीवास्तव -ओढ़ चुनरिया तीन रंग की
हिंदी चली विश्व की ओर
शिखा वार्ष्णेय -कविता ने फ़ीर सराहा मुझको
गीतों ने पनपाया है
के साथ ही आरसी जी के द्वारा प्रस्तुत कविता
-सभी कविताएं अच्छी लगी
रश्मी प्रभा जी का संचालन हमेशा की तरह शानदार रहा

किशोर कुमार खोरेन्द्र

shikha varshney का कहना है कि -

बहुत खुबसूरत संचालन....और सटीक और सुंदर रचनाएँ...बहुत अच्छा लगा सुनना.

राज भाटिय़ा का कहना है कि -

बहुत अच्छा लगा, धन्यवाद

महफूज़ अली का कहना है कि -

bahut badhiya laga....

shanno का कहना है कि -

सभी कविओं की रचनायें सुंदर लगीं. और रश्मि जी के संचालन का ढंग, उनकी सुंदर, स्पष्ट और सधी आवाज़ से कवि-सम्मलेन की आभा और निखरती जा रही है. रश्मि जी, आपको बधाई व ढेर सी शुभकामनाएँ, और साथ में खुशबू जी को भी तकनीकी प्रयासों के लिये.

Khare A का कहना है कि -

hi,
its gives us pleasure to know , ki hindi bhasha ki jevit rakhne ke liye aap sabhi badhaie ke patr hain,
lekin aap recording hi accept karte hain, aisa kyun, agar koi pani rachna bhejna chahe to kya email ke madhyam se nhi bhej sakta,
isme shamil hone ke liye, kirpya thoda sa prakash jaroor dale is sawal per.

dhanyebad

Gaurav Vashisht

डॉ. जेन्नी शबनम का कहना है कि -

रश्मी जी,
तकनीकी माध्यम से हिंदी साहित्य की विशालता को जनमानस तक पहुंचाने का यह प्रयास अत्यंत प्रशंसनिये है| काव्य-गीतों की सुन्दर प्रस्तुति, महादेवी जी की रचना ''तुम आ जाते एक बार'' को सुनना बड़ा मनमोहक लगा| आपको और खुशबू जी को बहुत बधाई और मेरी शुभकामनायें|

संत शर्मा का कहना है कि -

एक और सफल कवि सम्मेलन के आयोजन के लिए रश्मि प्रभा जी, खुशबू जी एवं हिन्दयुग्म के समस्त संचालकगण को हार्दिक बधाई | सभी कविताये अच्छी और प्रभावशाली थी | अगले आयोजन का बेसब्री से इंतजार रहेगा |

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