रेडियो प्लेबैक वार्षिक टॉप टेन - क्रिसमस और नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित


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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Sunday, July 5, 2009

60 के दशक का "ट्विस्ट" एक बार फिर "लव आज कल" में...



ताजा सुर ताल (7)

दशकों पहले हेमंत दा ने जब फिल्म "नागिन" के लिए बीन का इस्तेमाल किया था, तब उस धुन ने पूरे देश को जैसे उस लहरा में झूमने को मजबूर कर दिया था. "तन डोले मेरा मन डोले" गीत महीनों तक टॉप चार्ट्स पे काबिज रहा. अब सोचिये आज की तारीख़ में यदि कोई गीत उसी धुन से शुरू हो तो क्यों न आपका मन फिर एक बार झूम उठे, लहरा उठे. कुछ यही तजुर्बा किया है संगीतकार प्रीतम ने नयी फिल्म "लव आजकल" के गीत 'ट्विस्ट' के साथ. यहाँ जो शब्द "ट्विस्ट" है ये भी एक 'रेट्रो फील' देता है. याद कीजिये आर डी बर्मन का क्लासिक सोंग "आओ ट्विस्ट करें..." और उस गीत की मस्ती को. दरअसल ट्विस्ट 60-70 के दशक का मशहूर डांस हुआ करता था जिसमें कमर और पैरों को ख़ास अंदाज़ से हिला कर नाचना पड़ता था. आजकल ये गीत चैनलों पर खूब देखा जा सकता है और यदि अच्छा नृत्य संयोजन और फिल्मांकन किसी गीत को कमियाबी देने में जिम्मेदार होते हैं तो निश्चित ही ये गाना आने वाले दिनों में टॉप चार्ट्स पे होगा इसमें कोई शक नहीं.

नए सुर ताल की इस शृंखला में आज हम आपके लिए यही मचलता हुआ गीत लेकर आये हैं, जिसे सुनकर आप भी झूम उठेंगें. "जब वी मेट" के शानदार गीत आज भी आपको याद होंगें. जाहिर है जब वही टीम फिर एक साथ आये तो उम्मीदें बढ़ ही जायेंगीं. निर्देशक इम्तिआज़ अली, संगीतकार प्रीतम और गीतकार इरशाद कामिल फिर जुड़े हैं एक साथ और बहुत हद तक इस टीम ने उम्मीदों पर खरा काम किया है इस बार भी. नीरज श्रीधर आजकल के सबसे सफल गायक बनते जा रहे हैं, हालाँकि उनकी इस सफलता में संगीतकार प्रीतम का योगदान सबसे अधिक है. ये भी सच है की नीरज और प्रीतम जब भी साथ आये हैं हमेशा हिट साबित हुए हैं. इसी परंपरा में एक नयी कड़ी बन कर जुड़ रहा है "ट्विस्ट" भी. बार बार बजती बीन की धुन मस्ती को और बढा देती है, अफ्रीकन अंदाज़ का रैप तडके का काम करता है.

कोलकत्ता में जन्में प्रीतम को संगीत विरासत में मिला. उनके पिता भी संगीत शिक्षक हैं. मुंबई आने के बाद प्रीतम ने कुछ विज्ञापनों में संगीत दिया. मित्र संगीतकार जीत के साथ मिलकर उन्होंने टीम बनायीं जीत प्रीतम की. इस जोड़ी की पहली फिल्म "तेरे लिए" रही फ्लॉप पर अगली ही फिल्म जो की यशराज बैनर की एक छोटे बजट की फिल्म "मेरे यार की शादी है" कामियाब रही. फिल्म से भी ज्यादा फिल्म का गीत 'शरारा शरारा' हिट हुआ. पर ये जोड़ी जल्दी ही टूट गयी. स्वतंत्र संगीतकार के रूप में भी प्रीतम की कुछ शुरूआती फिल्में नहीं चली, पर धूम की सफलता के बाद उनका सिक्का चल निकला. गैंगस्टर, मेट्रो, धूम-2, सिंग इस किंग, जब वी मेट, किस्मत कनक्शन और हालिया प्रर्दशित न्यू यार्क के संगीत की सफलता के बाद प्रीतम लव आजकल के साथ एक बार फिर सुपर हिट संगीत लेकर हाज़िर हैं.

नीरज श्रीधर ने जम कर गाया है पूरे गीत को. इरशाद कामिल को पंजाबी शब्दों का इस्तेमाल खूब आता है. पंजाबी लहजे में बोले बोले जाने वाले सामान सुनाई देते शब्दों के जुमले पूरे गीत में इस्तेमाल हुए हैं जैसे रिकड़-शिकड़, रौनक-शौनक आदि. कुल मिलकर गीत बार बार सुने जाने लायक और झूमने पर मजबूर करने वाला है. यानी 100 फीसदी हिट. तो सुनिए और ट्विस्ट कीजिये, शब्द कुछ ऐसे हैं -

लेट्स स्टार्ट सम रौनक-शौनक,
लेट्स हेव सम पार्टी नॉव,
लेट्स हव सम रोल्ला रप्पा,
लेट्स हव सम ढोल धमाका,
लेट्स कॉल द ढोली नॉव,
लेट्स हव सम मस्ती टप्पा....

चलो चलो जी लक लच्कालो,
चलो चलो जी मौज मन लो,
चलो चलो जी नाचलो गालो
पकड़ किसी की रिस्ट,
एंड वी ट्विस्ट, वी ट्विस्ट....

सोने मोने मल्ला मल्ली,
कर गए टल्ली,
आँख वांख सी लड़ गयी, हाँ लड़ गयी...
बोतल वोतल खोले बिना,
दारू शारू बिन पीते ही चढ़ गयी,
हाँ चढ़ गयी....
देखो देखो सब घूम रहा है,
देखो देखो जग झूम रहा है,
यहाँ वहां दिल ढूंढ रहा है,
अब खुशियों की लिस्ट....
एंड वी ट्विस्ट...वी ट्विस्ट...



आवाज़ की टीम ने दिए इस गीत 3.5 की रेटिंग 5 में से. अब आप बताएं आपको ये गीत कैसा लगा? यदि आप समीक्षक होते तो प्रस्तुत गीत को 5 में से कितने अंक देते. कृपया ज़रूर बताएं आपकी वोटिंग हमारे सालाना संगीत चार्ट के निर्माण में बेहद मददगार साबित होगी.

क्या आप जानते हैं ?
आप नए संगीत को कितना समझते हैं चलिए इसे ज़रा यूं परखते हैं. प्रीतम का संगीतबद्ध एक गीत है जिसमें जॉन अब्राहिम और अक्षय कुमार एक साथ नज़र आये. कौन सा है वो गीत, क्या आप जानते हैं ?



अक्सर हम लोगों को कहते हुए सुनते हैं कि आजकल के गीतों में वो बात नहीं. "ताजा सुर ताल" शृंखला का उद्देश्य इसी भ्रम को तोड़ना है. आज भी बहुत बढ़िया और सार्थक संगीत बन रहा है, और ढेरों युवा संगीत योद्धा तमाम दबाबों में रहकर भी अच्छा संगीत रच रहे हैं, बस ज़रुरत है उन्हें ज़रा खंगालने की. हमारा दावा है कि हमारी इस शृंखला में प्रस्तुत गीतों को सुनकर पुराने संगीत के दीवाने श्रोता भी हमसे सहमत अवश्य होंगें, क्योंकि पुराना अगर "गोल्ड" है तो नए भी किसी कोहिनूर से कम नहीं. क्या आप को भी आजकल कोई ऐसा गीत भा रहा है, जो आपको लगता है इस आयोजन का हिस्सा बनना चाहिए तो हमें लिखे.

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6 श्रोताओं का कहना है :

शरद तैलंग का कहना है कि -

फ़िल्म : गरम मसाला
गीत : तेरी आंखे गरम मसाला तेरी बातें गरम मसाला
गायक : अदनान शामी

Disha का कहना है कि -

मैं भी यहि जवाब देना चाहती थी लेकिन मैं दो गानों में कन्प्फ़्यूस्ड हूं.
फिल्म-- गरम मसाला
गाना-- अदा जान लेवा अदा होश उड़ाये अदा
गायक-- सोनू निगम

फिल्म-- गरम मसाला
गाना-- तेरी आँखे गरम मसाला
गायक-- अदनान सामी

manu का कहना है कि -

पता नहीं...

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

मैं तो भाई 4 से अधिक रेटिंग दूँगा। इस गीत का संगीत बहुत बढ़िया है।

Shamikh Faraz का कहना है कि -

फ़िल्म : गरम मसाला
गीत : तेरी आंखे गरम मसाला तेरी बातें गरम मसाला
गायक : अदनान सामी

Manju Gupta का कहना है कि -

तेरी आँखे गरम मसाला .......

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