रेडियो प्लेबैक वार्षिक टॉप टेन - क्रिसमस और नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित


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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Wednesday, August 5, 2009

गाइए लता का गीत और बनिए आवाज़ का नया सुर-तारा - नया आग़ाज़



कैरिऑकि ट्रैक पर अपना हुनर दिखाने का सुनहर मौका

हममें से ऐसे बहुत होंगे जिनको बचपन से ही गाने का शौक रहा होगा। घूमते वक़्त- नहाते वक़्त या कहीं यात्रा करते वक़्त अपने सुकूँ के क्षणों में फिल्मी गीतों की पंक्तियाँ हम सभी की ज़ुबान पर ज़रूर तैरी होंगी। बहुत से लोगों ने अपने स्कूल-कॉलेज के दिनों में संगीत के साथ यानी कैरिऑके ट्रैक पर अपनी गायक-कला का लोहा भी ज़रुर मनवाया होगा। हम ऐसे ही गायकों को इससे भी आगे एक और मंच दे रहे हैं। हिन्द-युग्म आज से एक नई प्रतियोगिता 'आवाज़ सुर-तारा' का आग़ाज़ कर रहा है, जिसके माध्यम से शौकिया तौर पर गाने वालों को भी एक मंच मिलेगा। यह आयोजन प्रतिमाह किया जायेगा और नग़द इनाम भी दिया जायेगा। इस आयोजन में हम किसी चर्चित हिन्दी फिल्मी गीत के कैरिऑकि (Kara-oke) ट्रैक पर गायकों से गाने को कहेंगे, सबसे बढ़िया प्रविष्टि को माह का 'आवाज़ सुर-तारा' घोषित किया जायेगा और रु 1000 का नग़द इनाम दिया जायेगा। गौरतलब है कि आवाज़ के इसी मंच पर मई माह से प्रत्येक माह महान कवियों की कविताओं को संगीतबद्ध करने की प्रतियोगिता 'गीतकास्ट' का आयोजन किया जा रहा है।

'आवाज़ सुर-तारा' प्रतियोगिता में हमें अधिकाधिक इनपुट आवाज़ की दैनिक पाठिका स्वप्न मंजूषा शैल 'अदा' की ओर से मिल रहा है। हमारे स्थाई श्रोताओं को मालूम है कि हिन्द-युग्म अक्टूबर 2007 से इंटरनेट के माध्यम से गीतों को कम्पोज करने की प्रतियोगिता करता आ रहा है। विश्व पुस्तक मेला, नई दिल्ली 2008 में हिन्द-युग्म अपना पहला एल्बम भी ज़ारी कर चुका है। 2008 का संगीतबद्ध सत्र बहुत सफल रहा, जिसमें हिन्द-युग्म ने 4 जुलाई 2008 से 31 दिसम्बर 2008 तक प्रत्येक शुक्रवार को एक संगीतबद्ध गीत का विश्वव्यापी उद्‍घाटन किया।

हिन्द-युग्म के पास गायकों-संगीतकारों-गीतकारों की अच्छी फ़ौज़ है, लेकिन हम इसमें लगातार बढोत्तरी के आकांक्षी हैं, इसलिए हम इस प्रतियोगिता के माध्यम से भी नये गायकों की अपनी खोज ज़ारी रखना चाहते हैं, ताकि संगीतबद्ध गीतों के आने वाले सत्रों के लिए हम इनका इस्तेमाल कर सकें और किसी भी तरह के गीत को गाने के लिए हमारे पास गायकों का आभाव न हो।

दुनिया में हर जगह शुरूआत को महिलाओं से करने की परम्परा है, इसलिए हम भी पहले महीने में स्त्री-स्वर के गीत से इस प्रतियोगिता की शुरूआत कर रहे हैं। और स्त्री-स्वरों में लता मंगेशकर की आवाज़ श्रेष्ठ हैं।

प्रतियोगिता में भाग लेने के नियम और शर्तें-

1) प्रतियोगिता के दो चरण होंगे।
2) पहले चरण में अपनी पसंद की लता के किसी कैरिऑकि ट्रैक पर या हमारे द्वारा दिये गये तीन कैरिऑके ट्रैकों में से किसी भी एक पर अपनी आवाज़ रिकॉर्ड करके हमें भेजने होगी।
3) पहले चरण (राउंड) से हम उन गायकों को चुनेंगे जिनमें संभावनाएँ अधिक होंगी।
4) चयनित प्रतिभागियों को दूसरे राउंड में गाने के लिए 1 या 2 ट्रैक दिये जायेंगे, जिसमें से किसी एक पर अपनी आवाज़ रिकॉर्ड करके हमें भेजना होगा। दूसरे चरण में हमारे द्वारा दिये गये कैरिऑकि ट्रैक पर ही आपको गाना होगा।
5) पहले चरण के लिए रिकॉर्डिंग को mp3 (128kbps) फॉर्म में हमें podcast.hindyugm@gmail.com पर ईमेल द्वारा भेजना होगा।
6) कैरिऑके ट्रैक क्या होते हैं और उनपर रिकॉर्डिंग कैसे करते हैं- जानने के लिए क्लिक करें
7) इस प्रतियोगिता में हिन्द-युग्म के दूसरे सत्र में भाग ले चुके गायक-गायिका भाग नहीं ले सकेंगे।
8) जजमेंट-टीम में बॉलीवुड-फेम के कुछ गायक भी शामिल हैं।

यदि आपके पास कोई ट्रैक नहीं है तो हम लता मंगेशकर द्वारा गाये गये तीन फिल्मी गीतों के कैरिऑकि ट्रैक दे रहे हैं, जिसमें से किसी एक पर आपको अपनी आवाज़ डब करके 31 अक्टूबर 2009 तक भेजनी है। कैरिऑके ट्रैक को बजाने, रिकॉर्ड तथा मिक्स करने का काम कनाडा निवासियों संतोष शैल, हरदीप बक्षी और अमर ने किया है।

1॰ परदेस जा के परदेसिया (फिल्म- अर्पण)


2॰ शीशा हो या दिल हो (फिल्म- आशा)


3॰ वो भूली दास्ताँ लो फिर याद आ गई (फिल्म- संजोग)


आपको जो ट्रैक पसंद आये, उसे निम्नलिखित लिंकों से डाउनलोड कर लें, साथ ही साथ आप गीत के बोलों को रोमन(हिन्दी) या देवनागरी(हिन्दी) में देखना चाहें तो उसे भी डाउनलोड कर लें।

Pardes Ja ke PardesiaSheesha Ho Ya
Wo Bhooli DastanGeet ke Bol (Lyrics)


इस अंक की प्रायोजक- स्वप्न मंजूषा शैल 'अदा'

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7 श्रोताओं का कहना है :

Playback का कहना है कि -

Hind Yugm ke inhi sab prayaas ise doosron se alag karti hai.

is nayi yojana ke liye bahut bahut shubhkaamnaayen!

Science Bloggers Association का कहना है कि -

Prasansneey.
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }

शरद तैलंग का कहना है कि -

यह सिर्फ़ महिलाओं के लिए ही है या पुरुष भी लता जी का गीत गा सकते हैं

नियंत्रक । Admin का कहना है कि -

यह सिर्फ महिलाओं के लिए है। अगले महीने की प्रतियोगिता सिर्फ पुरुषों के लिए होगी, फिर युगल। इस तरह से क्रम बना रहेगा।

Manju Gupta का कहना है कि -

हिन्द युग्म की नई सोच और नई प्रतिभाओं को मंच पर लाने के लिए बधाई

manu का कहना है कि -

yaa is mein vishw ke sarvaadhik BE-SURE vyakti ko bhi bhaag lene ki ijaazat hai...???

::))

Shamikh Faraz का कहना है कि -

हिन्दयुग्म को नै कोशिश के लिए मुबारकबाद.

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