रेडियो प्लेबैक वार्षिक टॉप टेन - क्रिसमस और नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित


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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Thursday, April 30, 2009

जब अनुराग बोले रेडियो से



अनुराग शर्मा हिन्द-युग्म का बहुत जाना-पहचाना नाम है। कहानी-वाचन के लिए ये आवाज़ के श्रोताओं के दिलों में अपनी ख़ास जगह बना चुके हैं। ये एक अच्छे कवि और विचारक भी हैं। पिछले सप्ताह 19 अप्रैल 2009 को रेडियो सलाम नमस्ते पर अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी समिति द्वारा प्रस्तुत हिन्दी कविता के विशेष कार्यक्रम ' कवितांजलि' में इनका साक्षात्कार प्रसारित हुआ। कार्यक्रम के उद्‍घोषक आदित्य प्रकाश ने इनसे संक्षिप्त बातचीत की। अब तक इस कार्यक्रम में आलोक शंकर, गौरव सोलंकी, विपुल शुक्ला, अनुपमा चौहान, निखिल आनंद गिरि, रंजना भाटिया, सुनीता शानू, मनीष वंदेमातरम् और शैलेश भारतवासी इत्यादि के काव्यपाठ और बातचीत प्रसारित हो चुके हैं।

आज सुनिए अनुराग शर्मा से बातचीत-


अनुराग शर्मा के साथ सजीव सारथी की बातचीत पढ़ने के लिए क्लिक करें।

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6 श्रोताओं का कहना है :

ajit gupta का कहना है कि -

जब अनुराग बोले रेडियो से - भई खूब बोले। बहुत बढ़िया लगा कार्यक्रम। बस एक ही कमी थी कि अनुरागजी का काव्‍य पाठ कुछ कम था लेकिन शैलेश मिश्रजी का श्रोता के रूप में उपस्थिति थी अच्‍छी लगी।

shanno का कहना है कि -

अनुराग जी,
'कवितांजलि' पर आप का interview आदित्य प्रकाश जी के साथ सुना. बहुत अच्छा लगा और आपके बारे में कुछ और भी जानकारी मिली. मेरी तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं.

आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' का कहना है कि -

साक्षात्कार का क्रम चलता रहे...

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` का कहना है कि -

आदित्य भाई से ,
कई बार "सलाम नमस्ते " पे
और ऐसे भी बातचीत हुई है -

उन्हेँ अनुराग भाई के सँग
बात करते सुनना
सुखद अनुभव रहा -
दोनोँ के 'हिन्दी भाषा के लिये किये हुए सारे प्रयास'
सराहनीय हैँ
और सफलता के लिये
मेरी शुभकामनाएँ देना चाहती हूँ ..
बहुत स्नेह के साथ,
- लावण्या

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

अनुराग जी की आवाज़ बार-बार सुनने लायक है। इनकी आवाज़ में गहराई भी है, मधुरता भी और मोहकता भी। आवाज़ को नया निखार देने में इनका बहुमूल्य योगदान है। अच्छा लगा सुनकर।

manu का कहना है कि -

अनुराग जी के हिंदी प्रचार का तो मालूम ही था,,, आज इनके बारे में कुच्छ और जान कर अच्छा लगा,,,,,
शैलेश जी ने इनकी आवाज की एकदम सही तारीफ़ की है,,

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