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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Friday, April 24, 2009

सुनो कहानी: प्रेमचंद की 'आत्म-संगीत'



उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी 'आत्म-संगीत'

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने शन्नो अग्रवाल की आवाज़ में मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी 'स्‍वामिनी' का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं प्रेमचंद की अमर कहानी आत्म-संगीत, जिसको स्वर दिया है शोभा महेन्द्रू और अनुराग शर्मा ने। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। कहानी का कुल प्रसारण समय है: 9 मिनट और 50 सेकंड।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।



मैं एक निर्धन अध्यापक हूँ...मेरे जीवन मैं ऐसा क्या ख़ास है जो मैं किसी से कहूं
~ मुंशी प्रेमचंद (१८८०-१९३६)

हर शनिवार को आवाज़ पर सुनिए प्रेमचंद की एक नयी कहानी

रानी का हृदय उछलने लगा। आह ! कितना मनोमुग्धकर राग था ! उसने अधीर होकर कहा—मॉँझी, अब देर न कर, नाव खोल, मैं एक क्षण भी धीरज नहीं रख सकती।
(प्रेमचंद की 'आत्म-संगीत' से एक अंश)


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VBR MP364Kbps MP3Ogg Vorbis

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कल रविवार (२६ अप्रैल २००९) का आकर्षण - पॉडकास्ट कवि सम्मलेन

#Eightenth Story, Atma-sangeet: Munsi Premchand/Hindi Audio Book/2009/13. Voice: Shobha Mahendru, Anurag Sharma

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5 श्रोताओं का कहना है :

महेन्द्र मिश्र का कहना है कि -

उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी 'आत्म-संगीत' 'सुनो कहानी' बहुत बढ़िया प्रस्तुति है . अच्छी प्रस्तुति के लिए आभार.

सजीव सारथी का कहना है कि -

वाह दो आवाजों में कहानी का maza आया. कहानी choti होने के karan sunne के लिए sunday का इंतज़ार भी नहीं करना पड़ा....

आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' का कहना है कि -

स्तरीय कहानी...स्पष्ट तथा शुद्ध वाचन...सोने में सुहागा...साधुवाद.

शोभा का कहना है कि -

प्रेमचन्द जी की यह कहानी मैने अनुराग जी के सौजन्य से ही पढ़ी थी। अनुराग जी की आवाज़ बहुत अच्छी और भावानुकूल आयी है। आपके प्रयास के लिए बधाई।

Smart Indian - स्मार्ट इंडियन का कहना है कि -

दो आवाज़ों का यह प्रयोग आप सभी को पसंद आया, धन्यवाद!

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