रेडियो प्लेबैक वार्षिक टॉप टेन - क्रिसमस और नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित


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प्लेबैक की टीम और श्रोताओं द्वारा चुने गए वर्ष के टॉप १० गीतों को सुनिए एक के बाद एक. इन गीतों के आलावा भी कुछ गीतों का जिक्र जरूरी है, जो इन टॉप १० गीतों को जबरदस्त टक्कर देने में कामियाब रहे. ये हैं - "धिन का चिका (रेड्डी)", "ऊह ला ला (द डर्टी पिक्चर)", "छम्मक छल्लो (आर ए वन)", "हर घर के कोने में (मेमोरीस इन मार्च)", "चढा दे रंग (यमला पगला दीवाना)", "बोझिल से (आई ऍम)", "लाईफ बहुत सिंपल है (स्टैनले का डब्बा)", और "फकीरा (साउंड ट्रेक)". इन सभी गीतों के रचनाकारों को भी प्लेबैक इंडिया की बधाईयां

Thursday, March 5, 2009

सुनिए किशोर कुमार का एक बेहद दुर्लभ इंटरव्यू




पिछले महीने हमने कमला भट्ट द्वारा लिया गया अमीन सयानी का विस्तृत साक्षात्कार सुना. इसी साक्षात्कार में उन्होंने जिक्र किया अपने सबसे प्रिय रेडियो साक्षात्कार का जब हरफनमौला किशोर कुमार उनके स्टूडियो में पधारे. पद्म श्री अमीन खुद मानते हैं कि किशोर कुमार का वह साक्षात्कार उनके विशाल संग्रह की सबसे अनमोल धरोहर है. हमने सोचा कि इस अनमोल इंटरव्यू को अपने श्रोताओं तक हम अवश्य पहुँचायें. तो सुनिए और याद कीजिये किशोर दा के मनमौजी अंदाज़ को -

ये पॉडकास्ट copyright प्रतिबंधित होने के कारण सीमित समय के लिए ही उपलब्ध था. असुविधा के लिए खेद है.


हम आपको बता दें कि अमीन भाई के सुपुत्र राजिल हमारे संपर्क में हैं, जिनके सहयोग से शायद अमीन जी से भी हम आपको रूबरू मिलवा पायें जल्दी ही. वैसे अमीन भाई के चाहने वालों के लिए खुश खबर ये है कि अमीन भाई अपनी गीतमाला की यादों को सी डी के रूप में लेकर आये हैं जो निश्चित रूप से रेडियो में उनकी आवाज़ के दीवाने रहे श्रोताओं के लिए संग्रह की वस्तु होगी. आप इस सी डी के बारे अधिक जानकारी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं और खरीद भी सकते हैं.



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3 श्रोताओं का कहना है :

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

सच में बहुत दुर्लभ इंटरव्यू सुनवाया आपने। किशोर कुमार के अंदाज़ में। मज़ा आया।

अवनीश एस तिवारी का कहना है कि -

मैं नही सुन पा रहा हूँ |

यदि कोई मुझे मेरे ई मेल पर भेज सकता है तो आभारी रहूँगा |

मुझे यह साक्षात्कार चाहिए कैसे भी |

कृपया मदद कीजिये |

आय डी - anish12345@gmail.com

अवनीश तिवारी

दिलीप कवठेकर का कहना है कि -

बहुत ही दुर्लभ वार्तालाप है ये, हमारे मन में संजोने के लिये.

अविनाश जी की मदत करने का यत्न करूंगा.

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